Book Title: Kundkundacharya
Author(s): Prabha Patni
Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala

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Page 7
________________ अरे। आश्चर्य,सारे जंगल हमें मरना नहीं है, क्या में आग लगी है पर बीच में करेंगे देखकर। तुझे आग कुछ पेड़ के बीच में जाना होचला भरे है चलो जाऔर देख आ। चलकर Yaminine देखें क्या बात है? जंगलहमारा घर है। घर से अधिकजंगल में रहते हैं। इसका रहस्य जानना चाहिए। 2000 यह तो किसी सन्यासी के रहने का स्थान दिखता है। शास्त्र रखे है। संसार की भलाई के लिए लिखकर यहां छोड़ गये। 1000 Time CAREL/MAL New

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