Book Title: Kundkundacharya
Author(s): Prabha Patni
Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala

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Page 13
________________ मुनि श्री के आशीर्वाद से मेरा भाग्य खुलगया। मेरे दुख दूर हो गये, मैं आज बहुत प्रसन्न हूँ। CIEO 1606 dbe nha 8000000000000 100-000000000OYAL 08 स्वामी! अपने पुत्र का नाम क्या रखें? प्रिये! अपना पुत्र कमल के समान सुन्दर है, मैं इसका नाम कुन्दकुन्द रखना चाहता हूं। VISDOG आह! क्या सुन्दर नाम रखा है आपने। andey SION 40

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