Book Title: Kavya Prakash Part 02
Author(s): Mammatacharya
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan

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Page 146
________________ काव्यप्रकाशवाचनीयापाठान्तराणि 278 B ललितलुलित ललितललितै 279 B धोत्यस्य च 280A 281 0 सर्वनामप्रातिपदिक' 282 B drops व्यञ्जकत्वं 283 B मौलिमयं 284 B drops इति 285 B धनः 286 0 वसतीति त्वादि 287 A एषां. B°प्येषां 288A drops प्रामोति 289 B निरूपणे 290A भेदाः ॥४२॥ 2910 योजने 292c निरूपेण 293A दिग्मात्र 294 B खण पा' 295 B देअर जायाए सुहम देभर जाआए सुहम 296 B.C. भणिमा 297 0 वलहीधरम्मि 298 B अनुणिज 299 B. C. वराई 300 B. C. लक्षणेर्थी 301 B omits तथा 302 B कठोरहयो 303B सह 304 B 'ध्वन्यो । संकरः॥ 305A दाहार्य ४३ 6 A मूलानुष्ठान रूपस्य-अनुष्ठान seems to be a clerical mistake for अनुस्वान 7 B युक्तः पाठः 8 C in the bracket वाक्यार्थी भूतस्य 9 B रसादिरनुरण 10 B adds een after al 11 c रसनो 12 B समिद्धये 13 A. B. drop भावस्य 14 A. B. स्मृत्यौत्सुक्यसमदैन्यविबोधौत्सु क्यानां 15 B. C. 'दयभावसंधिभावशबल' 16 B प्रधानेन 17 A व्यपदेशो भवतीति तृष्णाकुलधिया 19 A "भूलोनुरणनोपमो रामेण 20 B भुजगरूपणस्य वाच्यसिद्धिकृत 21 B खेदाहसमाश्लिष्य 22 B मंत्रणेति वाच्यस्य विश्लेषभीरुता Read no. 23 on विच्छेद 24 A कुर्यादिति श्लिष्ट. B कुर्या इति श्लिष्टं 25 26 27 . 0 अन्नाधरं किं वा विलो ‘णं वाच्यं drops काकाक्षिप्तं यथा संधि 31 B 1 2 A. C. B उल्लास: ५ रेत्य सूचीय॑ध. सूचीन्यध' छटाम' instead arouri, there is स्वार्थस्य तिरस्कृतस्वार्थस्य instead प्रापितः there is लंमितः-लोकान्तरलंभितः। adds असुन्दरं यथा रिकुडुंगु 32 A उण 33 A. C. घट 34 B. C. बहुए 35 B अंगाइ 36 B omits दत्त 37 A. B. 'श्रयादिति 38 A कदशा B क्तदशा 39 B ध्र्व नैस्तै Read no. 39 on ने 5 B

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