Book Title: Karmprakrutau Uday
Author(s): Yashovijay, Malaygiri
Publisher: ZZZ Unknown
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www.kobatirth.org तं मोत्तूणं सेसो सब्वो अणुक्कोसो। अणुक्कोसस्स आदि णत्थि धुवोदयत्तातो। धुवाधुवा पुव्युत्ता । 'चउविहा । मोहे'त्ति-मोहणिजस्स अजहण्णो वि अणुकोसो विसातियाति चउठिवहो उदओ। कहं? भन्नति-मोहणिजस्स | जहणतो खवियकम्मंसिगो अंतरकरणे करेतु पुणो वेदेंतस्स उदीरणोदयंमि आवलि गंतूण जहन्नतो पदेसु. दतो भवति । सो य एगसमतितो साति य अधुवो या तं मोत्तुण सेसो अजहन्नो । ततो वितियसमते पदेसुदओ अजहन्नो सातितो। अहवा उदए फेटे सेढीओ परिवडंतस्स सातितो, तं द्वाणमपत्तपुवस्स अणातितो, धुवाधुवा पुवुत्ता । इयाणिं अणुक्कसो भन्नति-मोहस्स उक्कोसतो पदेसुदओ गुणियकम्मंसिगं पडुच्च अप्पणो उदयंते उक्कोसपदेसुदतो। सो य एग समतितो साति य अधुवो यातं मोत्तूण सेसा अणुक्कोसा। उवसमसेढीतो उदतो वोच्छिण्णे पुणो परिवडतस्स अणुक्कोसो पदेसुदतो सातितो। तं हाणमपत्तपुब्वस्स अणातितो। धुवाधुवा पुवुत्ता। 'आउस्स साति अधुव'त्ति-आउयस्स उक्कोसाणुक्कोसजहण्णाजहण्णा सब्वे विगप्पा साति अधुवा सामन्नग्गहणा। 'सेसविगप्पा य सव्वासिति-छण्डं कम्माणं मोहणिजस्स य भणियसेसा विगप्पा सब्वे सातिअ अधुवा, के ते ? भण्णइ-उक्कोसा जहन्ना य । ते य पुव्वुत्ता ॥६॥
(मलय०)-तदेवमुक्तोऽनुभागोदयः, सम्प्रति प्रदेशोदयाभिधानावसरः। तत्र चेमौ अर्थाधिकारी, तद्यथा-साधनादिप्ररूपणा | स्वामित्वं च । साधनादिप्ररूपणा द्विविधा-मूलप्रकृतिविषया उत्तरप्रकृतिविषया च । तत्र मूलप्रकृतिविषयसाधनादिप्ररूपणार्थमाह'अजहण्ण'त्ति-मोहनीयायुर्वर्जानां षण्णां कर्मणामजघन्यः प्रदेशोदयश्चतुर्विधः, तद्यथा-सादिरनादिध्रुवोऽध्रुवश्च । तथाहि-कश्चित् क्षपि
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