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कर्मविपाक
___कमप्रकृतियों के नाम विषयक भेद -- दोनों परम्पराओं में अष्ट कर्म की प्रकृतियों के नाम लगभग समान ही हैं। कुछ नाम ऐसे हैं, जिनमें किंचित् परिवर्तन देखा जाता है-- श्वेताम्बर
दिगम्बर सादि संस्थान
स्वाति संस्थान कीलिका संहनन
कोलित सहनन सेवात संहनन
असंप्राप्तापाटिक संहनन ऋषभनाराच संहनन बज्रनाराच संहनन
कर्मप्रकृतियों को परिभाषा विषयक भेद-श्वेताम्बर और दिगम्बर कर्मसाहित्य में कर्मप्रवृतियों की परिभासाओं में अधिक अंशों में समानता है। दोनों में कुछ प्रकृतियों की परिभाषा में जो भिन्नता दिखती है, उनके नाम और परिभाषाएं क्रमशः इस प्रकार हैं
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