Book Title: Kalpasutrartha Prabodhini
Author(s): Rajendrasuri
Publisher: Rajendra Pravachan Karyalay Khudala

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Page 4
________________ मलमार ज्ञान मंदिर आ महावार जेन आराधना केन्द्र, कोबा सा.क्र. 100000ROOOKannaoweD00000000000000saccosac.0000000000000 संस्कृत-प्राकृत-भाषामयानेकग्रन्थकर्तृकस्य सुविहितमरिशकचक्रचूडामणेर्जगजलाञ्चितचरणा रविन्दस्य कलिकालसर्वज्ञकल्पस्याऽऽबालब्रह्मचारिणो जगत्पूज्यगुरुदेवस्य B....2DCB.SOCBOOKED.... ODOOCOOUISBLOGOSRocciaca. Rogea 10000 विजयी EPA दापविजय ५ श्रीमहिजयार देनश्चताम्बराचार्य श्रीलक्ष्मीनि 30 श्रीगुलाब श्रीसौधर्मबृहत्तपागल विजयराज जैनाचाय-भीम yaabetesश्रीतीर्थ विजय श्रीअमृता इमरीश्वरस्पशिष्यसमुदायः महाराजगुवनमः/ 2009 "अमृत विजERELY श्रीचन्ट. श्रातीय निविजयी श्रीनरेन्द्र विजयी जन्म भगत ११ निवार्णमचन् १९६३ स्थान-मममू- F FOOD ON BOOGID UGOs..GD20000 GROSORODODC... 000000000secaooooooooooomaa विजयजी श्रीवोधिविक श्रीनिद्या १८ विजयजी न botas जयजा AS विजयी कीवजय दृप्तभ्रान्तविपक्षदन्तिदमने पञ्चाननग्रामणी-राजेन्द्राभिधकोशसंप्रणयनात्सन्दीप्तजैनश्रुतः । संघस्योपकृतिप्रयोगकरणे नित्यं कृती तादृशः, कोऽन्यः सूरिपदाङ्कितो विजयराजेन्द्रात्परः पुण्यवान् ? ॥१॥ B00000003000059OOOND000000000OOONSO000caoXIND00000DOORD0000

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