Book Title: Kalpa Sutra
Author(s): Bhadrabahuswami,
Publisher: Nagor
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सोयाल महतीघणीसमस्नायु निमा लच्चरागसपणा सहित घीयतरणादिक महाघणब मोटानम मोरइयत्तादि
नसहनशदिला धावामुन्तलाको यकारक कानेवेवे णिकरी यहनाना चादिकराजिविकरूपक्षियेदना
लियेहनी न्ययेहन वा संहिता नियेहनातमुरकीति वितचंचलकंडल विलिहियामाणगाडामहहियामदाडीमहवालामहायासामदाणुता मालामाधामकर मदितनियामाहेशते महामाटगावतासंबंधा कानिमदिनदे देहये पलं बप लांबाषण वनमाला सौधमीदवला सौधर्मावतंसकनाममाहा विमानाविषई येदन ? सुरिक्षuॉदिशदिदेह सोध्यसहित दयमान हन गगी लागाधर कर विषय,
अक्षवामहस्य खामहासुारकासासुरंबांदीप लंबवणमा लामादामकाप्पासाहम्मदईसयविमारणा कायान बलात्य मरणविशेषत्रयवाया समाप मोधर्मर विषशासनामि सिधामणरसव
दनईइपरषदावा चे वर्णमाहितशफलरी
"मानारऽछि बलाक सहश्रलाप विमानबधामलापविमानत3॥
हामधाश्मनरंपतर त्रिण परमदाबाद ससाणासुहम्मापाससिसीदासणं मासेणबत्रामाविमाप वाससयसाहस्सी बंधवा जघन्पमध्ये
मातस्यरूपपरिख
तेवीस नायवसकमहतरमरीषा रविशमनतातरणमा रना विवालामाहिला चउरामाईमामानिकदेवतानासहप्रतेह न3॥
परछानायतियानाना हिता गावरासायसामाणियसाहस्सारणापाससाणालियसाहारसापातायनासायाताय मात्रामाधा,
यविसमुहता सोसयमवरणऊबेरचिऊ आग्अयमहिषापद्मारसिवारशचीज आपणपरिवारसहित सातजनाकाको मेमारवटामिन प्रति एटेपरिमाण माराबातेवामयेहनाबशा लोकपालन अमलायअछरानवमिका रोहिणीप्यायग्रमहिबारटकनाध्य ४वृषसपननक्ष
भीसगापाचवाएं लोगपालागाएं अग्रमहस्साणासपरिवाराणासन्न अरणीः युक्तनरूपमैन्य तिस्वामतिणि विटिसिचउरामी अामरधकगरष्यकादवतानामहयेहना अनेरा बली घणादेव मौधमीदवलोक सत्रदेणिया सहित सर्व "लाषसहस्त्रात्मरक्षकादवास. हता
नावसणी २.
Miaminaकामवसाह मारा सिंचनाको पालामक
Calasetheidla1983HANT HinderelatestHldSHRIALSIN3iaबुधबार

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