Book Title: Jivan Vigyan
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 10
________________ अनुक्रम • जीवन विज्ञान : शिक्षा के संदर्भ में १. व्यक्तित्व निर्माण का उपक्रम : जीवन विज्ञान २. व्यक्ति का समाजीकरण ३. शिक्षा और भावात्मक परिवर्तन ४. शिक्षा और नैतिकता ५. शिक्षा और जीवन-मूल्य (१) ६. शिक्षा और जीवन- मूल्य (२) • जीवन विज्ञान : व्यापक संदर्भ में १. व्यवस्था को बदलना ही पर्याप्त नहीं २. सा विद्या या विमुक्तये ३. संवेग- नियंत्रण की पद्धति ४. संवेद- नियंत्रण की पद्धति ५. मूल्यपरक शिक्षा : सिद्धान्त और प्रयोग ६. परिवर्तन के हेतु : आलंबन और अभ्यास ७. जीवन विज्ञान और मस्तिष्क प्रशिक्षण ८. नैतिकता की समस्या ६. विधायक भाव १०. विद्यार्थी जीवन और ध्यान ११. बुद्धि और अनुभव का संतुलन १०६ ११३ • जीवन विज्ञान : समाज के संदर्भ में १. जीवन विज्ञान : मस्तिष्क प्रशिक्षण की प्रणाली २. जीवन विज्ञान : सर्वांगीण व्यक्तित्व विकास का संकल्प ३. जीवन विज्ञान : स्वस्थ समाज रचना का संकल्प ४. समाज का आधार : अहिंसा की आस्था ५. समाज का आधार : अहिंसा का विकास ६. सामाजिक मूल्यों का आधार : सत्य ११६ १३० १४० १५१ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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