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समाचार तीर्थक्षेत्र बहोरीबंद में वृक्षा रोपण जीवन स्तर में सुधार हेतु चल रहे एक अनूठी मुहिम की एक
श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र बहोरीबंद में विराजमान | कड़ी मात्र हैं। परम पूज्य संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर महाराज के परम
लगभग एक वर्ष पूर्व इस मुहिम की शुरूआत मुनि श्री को शिष्य मुनि श्री समतासागर जी, मुनि श्री प्रमाण सागर जी एवं
मण्डला के वीरान जंगलों में तपस्या हेतु पहुंचने से हुई और उनके ऐलक श्री निश्चयसागर जी महाराज की प्रेरणा तथा आशीर्वाद से
आने से समीपवर्ती आदिवासी ग्रामों में श्रद्धा की लहर दौड़ गई। शांतिवन में सघन वृक्षारोपण का कार्यक्रम रखा गया है। पर्यावरण
जंगल में दर्शनार्थ पहुंचने वाले आदिवासियों का तांता लग गया। को साफ सुथरा बनाये रखने तथा मंदिर परिसर को हरा भरा बनाने
तभी आदिवासियों की बदहाली एवं पिछड़ेपन पर ध्यान देते हुये के उद्देश्य से 101 वृक्षों का रोपण अनेक धर्माबलंबी बन्धुओं द्वारा
मुनि श्री ने पाया कि इसके आर्थिक पिछड़ेपन का मूल कारण किया गया है तथा ऐसे ही कई और वृक्षों को लगाने का संकल्प।
है नया ही कई और वनों को लगाने का संकल्प। शराब है, जो उन्हें निम्नतम स्तर का जीवन जीने पर विवश कर मुनि श्री के समक्ष सभी ने लिये। कार्यक्रम का शुभारंभ विश्व
रही है। हिन्दू परिषद के प्रदेश महामंत्री पंडित राधिका प्रसाद मिश्र एवं
मुनि श्री ने आदिवासियों के मन में उपजी श्रृद्धा के माध्यम बहोरीबंद थाना प्रभारी श्री चौधरी जी ने किया।
से उनके जीवन स्तर में परिवर्तन लाने, शराब बंदी की मुहिम छेड़ इस अवसर पर गीत प्रार्थना के साथ मुनिश्री के मंगल
| दी। जूना मण्डला से प्रारंभ होकर 89 गाँवों तक फैले इस अभियान प्रवचन भी हुये एवं मुनि श्री के प्रवचन रविवार एवं मंगलवार को
में झिंगाटोला, छिवलाटोला, सिमरिया, बर्राटोला, तिलईपानी, होते हैं। बहोरीबंद क्षेत्र के अध्यक्ष सिंघई केवल चंद एवं केन्द्रीय
हिरनाही टोला, छपरी गुणाजनिया, माराबारू उन ग्रामों के नाम हैं कोयला मंत्री श्री प्रहलाद पटेल ने भी वृक्षारोपण किया।
जिनके बच्चों से लेकर बूढ़े सभी शराब बंदी हेतु संकल्पित हो स्वपनिल साहूकार
| चुके हैं । शत् प्रतिशत शराब बंदी वाले इन गाँवों को आदर्श ग्राम
बाकल (कटनी) | घोषित किया गया है। संत ने बदली आदिवासियों की जीवन धारा
आदिवासियों के उद्धार में शासन प्रशासन भी खासा तकरीबन दस हजार लोगों से भरे पंडाल में आदिवासी | उत्साहित होकर मुनि श्री के साथ आ खड़ा हुआ, और वनराज्य एवं पिछड़े से दिखते वहाँ सौ से अधिक लोग मंच की ओर बढ़ते मंत्री श्री देवेन्द्र टेकाम एवं कलेक्टर संजय शुक्ला ने शराब बंदी हैं, उनके हाथों में मछली को पकड़ने में प्रयुक्त होने वाले जाल, वाले सभी ग्रामों (आदर्श घोषित ग्रामों) को विकासशील बनाने मंच पर दो दिगम्बर जैन संत नासाग्र दृष्टि किये हुय निर्लिप्त भाव से
के प्रयास प्रारंभ कर दिये है। इस दिशा में प्रथम आदर्श ग्राम जूना बैठे हुये हैं, वहीं दूसरी ओर राजस्थान के राज्यपाल महामहिम श्री मण्डला में गत दिनों में सम्पन्न एक कार्यक्रम के दौरान सामुदायिक निर्मल चंद जैन एवं म.प्र. विधान सभा उपाध्यक्ष श्री ईश्वर दास | भवन, आंगनबाड़ी केन्द्र, रंग मंच हाल आदि का शिलान्यास रोहणी भी मंचासीन हैं। शनैःशनैः वे आदिवासी मंच पर चढ़कर सम्पन्न कर दिया गया है ! शासन प्रशासन ने स्पष्ट रूप से घोषणा जैन संतों के चरणों में जाल रख देते हैं, तभी अचानक सम्पूर्ण कर दी है कि जो भी ग्राम आदर्श घोषित होंगे, उन्हें इसी तरह परिसर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठता है।
सड़क, पानी से युक्त अन्य तरह की सुविधायें प्रदान की जावेंगी। ये दृश्य पूर्व प्रायोजित या किसी फिल्मकार की कल्पना मण्डला कलेक्टर संजय शुक्ला इस अभियान के बारे में नहीं है। सम्पूर्ण घटनाक्रम की तह तक जाने पर ज्ञात होता है कि | बताते हैं कि इस क्षेत्र में आदिवासियों की आर्थिक अवनति का ये आदिवासी लोग जैन संत चिन्मय सागर जी से प्रभावित होकर | मूल कारण शराब थी, जिस पर शासन प्रशासन की लाखों रूपये अपने हिंसात्मक व्यापार का त्याग करते हुये अपने श्रद्धास्पद के | की योजनायें रोक नहीं लगा सकी, परंतु जैन संत की प्रेरणा से यह चरणों में जाल का त्याग कर रहे हैं। तभी मंच से मनि चिन्मय | सहज हो सका। वन राज्यमंत्री श्री देवेन्द्र टेकाम भी अपने निर्वाचन सागर जी के स्वर गंज उठते हैं और आदिवासी उनके वाक्यों को | क्षेत्र में हो रहे इस अनोखे सुधार से अत्यंत प्रसन्न है। विनम्रता से दोहराते हैं। ये वाक्य उन्हें आजीवन हिंसक व्यापार | कुछ समय पूर्व मुनि श्री चिन्मय सागर जी महाराज से छोड़ने के लिये संकल्प में बांधते हैं। इसके पश्चात् समारोह के आशीर्वाद लेने प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह मण्डला आयोजक इन लोगों को (जो आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र मण्डला के | पहुंचे और इस अनोखी शराब बंदी की मुहिम को देखकर चकित हैं) कुछ अनुदान राशि भाटापारा के श्री प्रकाश मोदी के माध्यम | रह गये। मुख्यमंत्री महोदय ने आदर्श ग्राम घोषित जूना मण्डला से वितरित करते हैं। मध्यप्रदेश के जबलपुर में आयोजित यह | हेतु 80 लाख रूपये की सिंचाई परियोजना की मंजूरी दे दी। समारोह आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र मण्डला में आदिवासियों के इस मुहिम की सफलता को संदिग्ध इसीलिये नहीं कहा 28 अक्टूबर 2003 जिनभाषित -
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