Book Title: Jainology Parichaya 05
Author(s): Nalini Joshi
Publisher: Sanmati Tirth Prakashan Pune

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Page 42
________________ स्वाध्याय 'य-श्रुति का नियम' और 'ह-श्रुति का नियम' इन दोनों नियमों में संस्कृत-प्राकृत के जो उदाहरण दिये हैं, वे कंठस्थ कीजिए । इसी में से कुछ उदाहरण परीक्षा में पूछे जायेंगे । नमूने के तौरपर प्रश्न : १) व्यंजन-परिवर्तन ध्यान में रखकर, निम्नलिखित प्राकृत शब्दों के संस्कृत रूप लिखिए । जणय, आयार, हियय, मगह, वल्लह २) व्यंजन-परिवर्तन ध्यान में रखकर, निम्नलिखित संस्कृत शब्दों के प्राकृत रूप लिखिए । नरक, सीता, मेखला, राघव, शुभ *********** 42

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