Book Title: Jainology Parichaya 05
Author(s): Nalini Joshi
Publisher: Sanmati Tirth Prakashan Pune

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Page 43
________________ पाठ८ नाम-विभक्ति के प्रत्यय अकारान्त पुं. 'वीर' शब्द विभक्ति एकवचन अनेकवचन प्रथमा (Nominative) वीरो, वीरे (एक देव) द्वितीया (Accusative) वीर तृतीया (Instrumental) पंचमी (Ablative) वीरा (अनेक देव) वीरे, वीरा (वीरों को) वीरेहि, वीरेहि (वीरों ने) वीरेहिंतो (वीरों से) वीराण, वीराणं (वीरों का) वीरेसु, वीरेसुं (वीरों में,वीरों पर) वीरा (हे वीरों !) (वीर को) वीरेण, वीरेणं (वीर ने) वीरा, वीराओ (वीर से) वीरस्स (वीर का) वीरे, वीरंसि, वीरम्मि (वीर में, वीर पर) वीर (हे वीर !) षष्ठी (Genitive) सप्तमी (Locative) संबोधन (Vocative) आकारान्त स्त्री. 'गंगा' शब्द एकवचन गंगा (एक गंगा) गंगं विभक्ति प्रथमा (Nominative) द्वितीया (Accusative) तृतीया (Instrumental) पंचमी (Ablative) षष्ठी (Genitive) सप्तमी (Locative) संबोधन (Vocative) (गंगा को) गंगाए (गंगा ने) गंगाए, गंगाओ (गंगा से) गंगाए (गंगा का) गंगाए (गंगा में) गंगा, गंगे (हे गंगा !) अनेकवचन गंगा, गंगाओ (अनेक गंगा) गंगा, गंगाओ (गंगाओं को) गंगाहि, गंगाहिं (गंगाओं ने) गंगाहिंतो (गंगाओं से) गंगाण, गंगाणं (गंगाओं का) गंगासु, गंगासु (गंगाओं में) गंगा, गंगाओ (हे गंगाओं !) 43

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