Book Title: Jaindharmvarstotra Godhulikarth Sabhachamatkareti Krutitritayam
Author(s): Hiralal R Kapadia
Publisher: Bhadrankar Prakashan

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Page 170
________________ 153 श्रीजैनधर्मवरस्तोत्रगतसाक्षिभूतसंस्कृतप्राकृतपाठानां वर्णानुक्रमेण सूची क्रमाङ्कः पाठः पृष्ठाङ्कः ग्रन्थादिसूचनम् 104. चूर्णीकृत्य पराक्रमान् मणिमय० अध्या० 105. चेतनां नर्तकी कृत्वा ज्ञानाङ्कुशे 106. चैत्यविहारौ जिनसद्मानि अभि० 4, 60 शत्रुञ्जयमाहात्म्ये (?) 107. छद्रेणं भत्तेणं 108. छव्वय छकायरक्खा 109. छिन्नमूलो यथा / भगवतीसूत्रवृत्तौ (?) हैमशेष० 4, 9 115 103 101 '39 72 39 110. 'जइ जिणमयं पवज्जह 111. जइ वि जिणालयं 112. जइ वि हु भत्ता सरिसो 113. जन्मस्थानं न खलु विमलं 114. जलमग्निर्घटं कोशो 115. जले जीवाः स्थले जीवा 116. जले दिव्यमिरा सेव्यं 117. जह सेतुनडादीणं 118. जातीजपाबकुल० 119. जिणसाहुसाहुणीण य 120. जितः कैरहमा ज्ञातं * 121. जितो भवान् भयं भूरि 122. जिनभवनं जिनबिम्बं 123. जिनेन्द्र ! यानेव विबाधते स्म 124. जीवितेश ! जिनराजपूजनं 125. जीवी सासा हत्थे 126. जे के वि गया मुक्खं 127. जेण घोसवती सेणा 128. जेण चक्कुक्खया गंगा 129. जेण रत्तफणो नागो 130. जैनो धर्मः शुभति( ? )दयया 105 पद्मा० 18, 112 पद्मा० 18, 110 105 75 1 अयोग० 4 1. प्रेक्ष्यतां ज्ञानसारस्य 101 तमः पत्राङ्क /

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