Book Title: Jain Shiksha Part 03
Author(s): 
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 12
________________ ( १० ) पाठ ७- -कसरत । - मन को मजबूत बनाने के लिए शरीर को निरोग और दृढ़ बनाने की आवश्यकता है । इस सिद्धान्त को तिलक बचपन ही से समझते थे । आप ब्राह्मण जाति में एक उच्च कुल में पैदा हुए थे। आप का विवाह वचपन ही में हो गया था । पति पत्नी में प्रेम बहुत था । आपकी पत्नी का शरीर मजबूत था और आपका दुर्बल । इसलिये आपने अपने शरीर को मजबूत बनाने का निश्चय किया । इस निमित्त आपने एक वर्ष तक तो कालेज का अभ्यास तक भी छोड़ दिया । एक वर्ष तक आप कसरत ही में लगे रहे और जैसा बनना चाहते थे वैसे मजबूत बनगए । इसी कसरत का फल है कि आप अन्त तक उत्साह पूर्वक देश सेवा करते रहे | शरीर को मजबूत बनाने के लिए आप देशी कसरत को विशेष पसंद करते थे । आप अपनी सन्तान को भी देशी कसरत कराते थे । कसरत के लिए आपका बहुत लक्ष्य | आप जब जेल में थे तो वहां से भी घर पर पत्र क पूछते कि बच्चे कसरत करते हैं कि नहीं । यह 1 समाचार भेजना घर वालों के लिए अनिवार्य था ।

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