Book Title: Jain Pustak Prashasti Sangraha 1
Author(s): Jinvijay
Publisher: Singhi Jain Shastra Shiksha Pith Mumbai

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Page 208
________________ जैनपुस्तकप्रशस्तिसंग्रह-९. परिशिष्ट १७१ ७४ चंडप चंडप्रसाद चंदन गांधिक गुणचन्द्र गुणद गुणदत्त गुणदा गुणदेव १५ ४९ चंपला ० जइतसिंह जगत् सिंह १३,२७,३५,६७,९३,१११, ११६ जगदेव-देव २३,५५,५९,८६,११३,१३८ जगधर ३१ जगपाल जगसिंह ६४,६९,९१,१३२ ० - vs v ० गुणदेवी गुणधर MY जजिग W १३९ MY १२४ चंपल्लता ७१,९८ चाडुलु | चापदेव ३६,६८,७७,७८,८०,१३० चामिका ६४,७६,९८ चामी चारुभट चाहट चाहिणी-हिनी चाहिनिका चाहिणिदेवी २८,३६ चांचल १४५,१४६,१४, चांडसिंह गुणपाल गुणभद्र गुणमती गुणमल्ल गुणरत गुणराज गुणश्री V W चांग गुर्जरी गूर्जर-गूजर गोई चांडू गोधा गोना १३६ ९१ चेला चौंडा जणकू २३,५५,७०,१११,१३४ जयत ६,३३,७७,८४ जयतल १३३ ८८ जयतलदेवी १३,६३ जयतसिरि जयतसिंह ४३,६४,९७ जयता जयत्तुका- तुगा २९,३०,६४,७९ जयतू १४,३९ जयदेव ३२,३३,८४,८८,१२२,१२३ १६ जयदेविका ५३,५४ | जयपाल १० १६,३९,१०८,१२०,१३८ जयश्री ३१,३९,६९,८६,९६ ६४ जयसिंह ४२,१३१ १८,४६ जयसिंह जयंत. १८,२८ जयतसिंघ ११४ जयंती १४८ जयंतुका जल्लिका जल्हण जस जसडक जसणाग १५१ जसदिव जसदू १३३ | जसदेव २,१५२ जसदेवी १०३ जसपाल .. २९ ४०,११४ जसभद् १६,८०,१३२ जसरा ...१०९। जसवीर १५२ .जसहड .६९ जसहिणि .३९ जसा ४९,१३९ गोकर्ण चांदू गोगा चांद्राक गोगाक चांदिग गोगिल चांपल चांपला चांपलादेवी गोनी चांपूश्री गोरा चीताक गोला गोवल ४२,४३ गोविंद ४९,४८,५० गोसल ३३,३८,५२,७६,११८,१२२,१२३ गोसली छजल ११५ छडिका गौरदेवी-गौरिदेवी-गउरी १३,१८,२९, छडक छा(वा?)च्छि छाजल छाजड घणहुल घेऊय छाडा-डाक छाडि छाडू छाड चक्रेश्वर छाहिणि चतुर्भुज ... ६१ छाहिल चपलादेवी . १३ छीता चमु ..३७ छोहड गोसा १५२ ७९ १३३ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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