Book Title: Jain Nyaya
Author(s): Kailashchandra Shastri
Publisher: Bharatiya Gyanpith
View full book text
________________
३४८
अकलंक देव ( वि० ७वीं शती)
हरिभद्र (वि० ८वीं शती)
कुमारनन्दि ( वि० ८वीं शती)
अनन्तवीर्य (वृद्ध) ( वि० ८- ९ वीं शती )
अनन्तवीर्य
( वि० ९वीं शती )
विद्यानन्द ( वि० ९वीं शती )
Jain Education International
Veघीयस्त्रय
सिंघी जैन ग्रन्थमाला
( स्वोपज्ञ वृत्तिसहित ) अकलंक ग्रन्थत्रयके अन्तर्गत
न्यायविनिश्चय
L
जैन न्याय
प्रमाणसंग्रह सिद्धिविनिश्चय
( स्वोपज्ञवृत्तिसहित ) तत्वार्थवार्तिक
अष्टशती
अनेकान्तजयपताका
अनेकान्तवादप्रवेश
षड्दर्शनसमुच्चय
(आप्तमीमांसाको वृत्ति ) अष्टसहस्त्रो के अन्तर्गत
शास्त्रवार्तासमुच्चय
न्यायप्रवेशटीका
वादन्याय
सिद्धिविनिश्चयटीका
सिद्धिविनिश्चयटीका
अष्टमहस्री तत्वार्थश्लोकवार्तिक
विद्यानन्दमहोदय
नुशासनका
आप्तपरीक्षा
भारतीय ज्ञानपीठ वाराणसी
प्रमाणपरीक्षा
पत्रपरीक्षा सत्यशासनपरीक्षा
99
"7
गान्धी नाथारंग जैन ग्रन्थमाला
गायकवाड़ सिरीज बड़ौदा
आत्मानन्द सभा भावनगर
देवचन्द लालभाई सूरत
गायकवाड़ सिरीज बड़ोदा
विद्यानन्द द्वारा प्रमाणपरीक्षा में
उल्लिखित
रविभद्रपादोपजीवि अनन्तवीर्य-द्वारा सिद्धिविनिश्चयटीका में उल्लिखित
भारतीय ज्ञानपीठ,
वाराणसी
गान्धी नाथारंग ग्रन्थमाला
""
तत्त्वार्थश्लोकवार्तिक में निर्दिष्ट माणिकचन्द जैन ग्रन्थमाला बम्बई वीर सेवा मन्दिर देहली
सनातन जैन ग्रन्थमाला काशी
"
"
39
For Private & Personal Use Only
19
""
भारतीय ज्ञानपीठ वाराणसी
www.jainelibrary.org
Page Navigation
1 ... 361 362 363 364 365 366 367 368 369 370 371 372 373 374 375 376 377 378 379 380 381 382 383 384