Book Title: Jain Lekh Sangraha Part 3
Author(s): Puranchand Nahar
Publisher: Puranchand Nahar

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Page 16
________________ सचा-पन्न माम पत्रांक नाम ... Foreword Appendix A Translation of Dr. Btuhler's letter Appendix B I'rof. Bhandarkar's Report (1904-06) Bibliography English Hindi । ब्रह्मसर महत्व के लेख ओसवाल झाति भणशाली वंश बाफणा वंश शिल्पकला ... नूमिका जैसलमेर के राजवंश जैन भंडार किले के मन्दिर शहर के मन्दिर - के देरासर * के उपासरा दादाजी के स्थान अमरसागर लोवा देवोकोट चूमिका-परिशिष्ट - [क] कल्याणक पट्ट ( आवू तीर्थ ) xr, xviii [ख] चैत्यपरिपाटी (जिनसुखसूरि कृत ) ... [ग] (महिमासमुद्रजी कृत ) ... घ] श्रीअष्टापदजो शांतिनाथजी का स्तवन (समयसुन्दरजी हेत ) ... [4] श्रीआदीश्वर स्तवन ( . ) ... [२] लोद्रवपुर रूसवन ( जिनलाभसूरी कन ) .... जैसलमेर किले पर श्रीपार्श्वनाथजी का मंदिर श्रीसंभवनाथजी का मंदिर श्रीशांतिनाथजी का मंदिर श्रीअष्ठापदजी का मंदिर . ... २२ । श्रीचंद्रप्रभजी का मंदिर BB "Aho Shrut Gyanam"

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