Book Title: Jain Lekh Sangraha Part 2
Author(s): Puranchand Nahar
Publisher: Puranchand Nahar

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Page 342
________________ १९२२ १९३० संवत् नाम लेखांक संवत् नाम लेखक १३५५ विमल सूरि मध्यम शाखा। १३७५ विजयसेन सुरि १४३४ - - देव सूरि १४३७ हेमतिलक सूरि ११२३ १४३६ बुद्धिसागर सूरि ११३७ __ममाहम(मड्डारुडिय,महड़) गढ । १४६६ धीर सूरि | १३५१ सोमतिलक सूरि ... ... १०४६ १४८३ * " १४८० धम्मचंद्र सूरि .... १०६८ १५१६ .. , १४८१ उदयप्रभ सूरि १०५, २०४६ १४७१ उदयाणंद सूरि २०१६ / १५२७ नयचंद्र सूरि १५०० विमल सरि १३६८ १५४१ कमलचंद्र सूरि १३६० १०११ ... ... १३६२ १२६६ १५५७ गुणचंद्र सूरि २०८८ | , उ आणंदनंद सूरि ११११ मुनिचंद्र सूरि १२२१ मधुकर गह। १५१३ उदयप्रम सूरि १०८६, १३७४ १५१६ ---- ... ... १४६५ .... १५६३ हेमहंस सरि मबधारि(मववादि) गछ । १३७४ ३११५९ बुद्धिसागर सूरि ... ११८८ १२३४ पूर्णचंद्र सूरि - उदयाणंद सूरि .... २१०८ - १३४४ रत्नदेव सूरि २०६६ १६६३ जाजीग सूरि १४७६ विद्यासागर सूरि । २१०० जावडार(जावड़, नावहेड़ा) गछ । मुनिशेखर सूरि ११२५ १५१० गुणासुंदर सूरि १५५२६ वीर सूरि ... २०६३ २७७५ १५२४ भावदेव सूरि .... १५३७ , , १५२२ २१०४ १२३० जिन्नमाल गछ। १५२७ गुणशेखर सूरि १५६३ कानिक्त सूरि ... ... २०६६ ' १५३२ पुण्यनिधान सूरि । १२४५ २०६५ १५१५ " ... १३४२ १३४२ २५२५ " "Aho Shrut Gyanam"

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