Book Title: Jain Lekh Sangraha Part 2
Author(s): Puranchand Nahar
Publisher: Puranchand Nahar

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Page 349
________________ ज्ञाति-गोत्र (२०) लेखांक | झाति -- गोत्र १०३१ छाजहड़ (छाजेड़) लेखांक काबू १८८२. १८८६-८७, २१११ काश्यप किलासीया कुचेरा केकड़िया कोठारी खा(पा टड़ खामलेचा खोथेपरिया गहिलड़ा गादहिया गांधी गुगलिया छाहखा छोहरिया जड़ (जहड़) जाइलबाल १०२५, १३९५, १४४१, २२८४ : जाजा ... ११६५. १४६१, २०६३ जोजाइरा .... १४०१ ११५०, १२८६ १९८०, १३२६, १५३८ ... १६४० ... १०६० टप ... ... २००६ १९१३ १५६५, १६०४ ... १९०७ ग्दोचा ठाकुर ... १२२५, १२७८, १८१६ डवेयता डागलिक १४१२, १४३६, १४८६, १६४५, १८४७ डागा डांगरेचा १०६४. १२६४, १३८५, १६०६ तातहड़ ... १३८८ ताल .... १८३६ नाहि १४४४, १८६६, १६६७ तेलहा ... २०४६ __... १५६० । ददा (इरडा) गोठ गोलबछा १०८८ १०६५ यांव घोरवाड़ ६. धंभ बउथ चलउट चलद (१) ... १०८७ विपड़ ... ११६७, २०२२, २०३१. १०१७-१८, १०२२, १०२७, १२६७, १२८०, १४६८, १६२५, १६७४, १७०१-०३, १८१० -१२, १८२१-२२, १८२४, १८२६. १८३६, १८४४, १८६५.२०३२ ... २०३४ १३३५, १५५० ." १२०७ ... चोपड़ा चोरडिया (वोरवेडिया) १३५५, १५९७ | दूधेडिया १०२४, १३५५, १४५२, १४६७. दोसी १५२४, १५३०, १५७६, १५८६. १६००, १६०८, १६८५ । घरकट १९६८, १२८५ धरावही ... .३४६, धाडीवाल चंडालिया छजलाणी १४२५ "Aho Shrut Gyanam"

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