Book Title: Jain Hiteshi 1913 Ank 04 05
Author(s): Nathuram Premi
Publisher: Jain Granthratna Karyalay

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Page 135
________________ = = = = PPER = م ت م م . PRI देवरानीजिठानी नाटक। देवीउपन्यास . 10 किंगलियर नाटक दोबहन प्रभासमिलन नाटक धर्मदिवाकर प्रेमलीला नाटक धोखेकी टट्टी महाराणा प्रतापसिंह निःसहायहिन्दू वेनिसका व्यापारी नूतनचरित्र शकुन्तलानाटक प्रणयिमाधव पृथ्वी परिक्रमा बालकोपयोगी। प्रेमप्रभाकर कर्तव्यशिक्षा पारस्योपन्यास कहानियोंकी पुस्तक महाराष्ट्रजीवन-प्रभात बच्चोंका खिलौना -माधवीकंकण ( इंडियन- खेलतमासा प्रेसका) ॥ लड़कोंका खेल ॥ माधवीकंकण (वेंकटेश्वर- प्रबोधचन्द्रिका प्रेसका) बाल आरब्योपन्यास चार भागोंमें प्रत्येक भागका युगलांगुलीय ७ बालनिबंधमाला रमामाधव ॥ बालनीतिमाला राजपूतजीवनसंध्या ॥ बालपंचतंत्र विचित्रवधूरहस्य बालहितोपदेश वीर मालोजी भोंसले बालविनोद पहला भाग दूसरा शिवाजीविजय भाग -॥ तीसरा भाग चौथा शेखचिल्लीकी कहानियाँ ॥ भाग । पांचवां भाग । षोडशी बालहितोपदेश स्वर्णलता बालहिन्दी व्याकरण समाज ( रमेशचन्द्रदत्तकृत बाल स्वास्थ्य रक्षा सासपतोहू भाषापत्रबोध हिन्दूगृहस्थ ॥ भाषाव्याकरण ت = = = ॥ = = टिका .. = = = یا Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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