Book Title: Jain Hit Shiksha Part 01 Author(s): Kumbhkaran Tikamchand Chopda Bikaner Publisher: Kumbhkaran Tikamchand Chopda Bikaner View full book textPage 6
________________ संख्या विषय पृष्टांक | श्रद्धा ऊपर सभाय तेरापंथ ओलखमां को ढाल सोलह सती नो स्तवन श्री भिखणजी खामी के गुणां को ढाल (जयाचार्य कृत) प्राचार्य गुणमाला श्री कालगणों के गुणा की ढाल १ ली " , २ री | जिन कल्पी साधु की ढाल अनाथी मुनि को स्तवन श्री भिक्षुगणी के गुगा की ढाल पायुष टूटी को सान्धो को नहिं रे को ढाल मुक्ति जाने की डिग्री करगी हो कोज्यो चित्त निर्मले की - । अन्तर दाल दश दानों की दाल चेतावनी कर्म नौ मिझाय - २५Page Navigation
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