Book Title: Jain Dharma me Atmavichar Author(s): Lalchand Jain Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi View full book textPage 2
________________ पार्श्वनाथ विद्याश्रम ग्रन्थमाला : ३१ : सम्पादक-डॉ. सागरमल जैन जैन दर्शन में आत्म-विचार ( तुलनात्मक एवं समीक्षात्मक अध्ययन ) लेखक डॉ० लालचन्द जैन एम० ए० ( दर्शनशास्त्र, प्राकृत एव जैनिज्म तथा संस्कृत ) जैनदर्शनाचार्य एवं शास्त्राचार्य, पी-एच० डी० प्रवक्ता प्राकृत, जैनविद्या एवं अहिंसा शोध संस्थान बैशाली (बिहार) FEEDSE मना जाराणसी सच्चं लोगम्मि सारभूयं पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान वाराणसी-५ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 ... 336