Book Title: Jain Darshan
Author(s): Mahendramuni
Publisher: Ganeshprasad Varni Digambar Jain Sansthan
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हरिभद्र
जैनदार्शनिक साहित्य
धर्म संग्रहणी,
लोकतत्त्वनिर्णय,
शान्तिसूरि ( पूर्णतल्लगच्छीय ) ( वि० ११वीं )
अनेकान्त प्रघट्ट,
तरवतरङ्गिणी,
त्रिभङ्गीसार,
न्यायावतारवृत्ति,
पञ्चलिङ्गी,
द्विजवदनचपेटा
परलोकसिद्धि
वेदबाह्यता निराकरण
सर्वसिद्धि
स्याद्वादकुचोद्यपरिहार
शाकटायन
स्त्रीमुक्तिप्रकरण
( पाल्यकीर्ति ) केवलभुक्तिप्रकरण
(वि० ९वीं)
न्यायावतार-टोका
( यापनीय ) सिद्धर्षि ( वि० १०वीं ) अभयदेव सूरि सन्मतिटोका ( वि० ११वीं ) ( वादमहार्णव ) जिनेश्वरसूरि प्रमालक्ष्म सटीक (वि० ११ वीं) पञ्चलिङ्गीप्रकरण
न्यायावतारवार्तिक
वृत्ति
प्रकाशित
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जैन ग्रन्थ ग्रन्थकार सूचीसे
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जैन साहित्य संशोधकर्मे प्रकाशित
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