Book Title: Jain Angashastra ke Anusar Manav Vyaktitva ka Vikas Author(s): Harindrabhushan Jain Publisher: Sanmati Gyan Pith Agra View full book textPage 4
________________ सन्मति आगमसाहित्यमाला का १२वाँ रल पुस्तक : जैन-अंगशास्त्र के अनुसार मानव-व्यक्तित्व का विकास लेखक : डॉ. हरीन्द्रभूषण जैन, एम० ए०, पी-एच० डी०, साहित्याचार्य प्राध्यापक, मस्कृत विभाग, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जन (म०प्र०) पुरोवाक् डॉ. शिवमगलसिंह 'सुमन' कुलपति, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन (म०प्र०) प्रथम सस्करण भ० महावीर का २५०० वाँ निर्वाणवर्ष दीपावलीपर्व, कार्तिक कृ० १५ नवम्बर १६७४ मूल्य: पन्द्रह रुपये मात्र प्रकाशक: सन्मति ज्ञानपीठ, लोहामंडी, आगरा-२ मुद्रक : प्रेम इलेक्ट्रिक प्रेस १/११ साहित्य कुज, महात्मा गाधी मार्ग, आगरा-२Page Navigation
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