Book Title: Jain Angashastra ke Anusar Manav Vyaktitva ka Vikas
Author(s): Harindrabhushan Jain
Publisher: Sanmati Gyan Pith Agra

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Page 16
________________ ५. ( १४ ) १ उभय संस्कृतियो की तुलना ( अ ) मानव जीवन का उद्देश्य (आ) सस्कार (इ) विद्यार्थी - जीवन (ई) अध्ययन - काल ( उ ) ज्ञान की प्रतिष्ठा (ऊ) विद्या के अधिकारी शूद्रो का विद्याधिकार (ऐ) विद्यालय (ओ) अध्ययन के विषय (ओ) शिक्षण - विधि (अ) अनुशासन (अ.) शिक्षक का व्यक्तित्व (क) समावर्तन (ख) विवाह (ग) वानप्रस्थ तथा संन्यास अष्टम अध्याय उपसंहार १. जैन - परम्परा मे मानवीय विकास की रूपरेखा २. जैन - परम्परा के आदर्श ३. जैन - परम्परा मे विकास को दो श्रेणियाँ और उनका परस्पर समन्वय सहायक ग्रन्थो की सूची (अ) जैन अगशास्त्र (आ) जैन आगम ग्रन्थ (इ) वैदिक ग्रन्थ (ई) वौद्ध ग्रन्थ ( उ ) अन्य ग्रन्थ परिशिष्ट **** **** .... .... .... .... 40 **** .. :: 8060 ... .... ... ... *** 4007 **** atse ...w LOUS 0008 - पृष्ठ २२० २२० २२२ २२४ २२५ २२५ २२६ २२८ २२६ २३१ २३४ २३५ २३६ २३७ २३८ २४० २४४ २४७ २४६ २५१ २५१ २५२ २५३ २५४- २५५

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