Book Title: Jain Angashastra ke Anusar Manav Vyaktitva ka Vikas
Author(s): Harindrabhushan Jain
Publisher: Sanmati Gyan Pith Agra

View full book text
Previous | Next

Page 11
________________ अनुक्रमणिका प्रथम अध्याय (अंग-शास्त्र का परिचय) अंगशास्त्र २. जैनागम तथा अगशास्त्र ३. अंगशास्त्र का इतिहास ४ अंगशास्त्र की प्रामाणिकता ५. अगशास्त्र का रचनाकाल ६. अंगशास्त्र की शैली एव भापा ७. अंगशास्त्र की पदसंख्या ८. अंगशास्त्र की टीकाएँ ६. अंगगास्त्र का विषय तथा विवरण द्वितीय अध्याय (आदर्श-महापुरुष) १. चौबीस तीर्थंकर २. भगवान् ऋषभ (अ) भागवत मे ऋषभदेव ३ अन्य तीर्थकर ४. भगवान अरिष्टनेमि ५. भगवान् पाश्वनाथ (अ) पार्श्व का चातुर्याम धर्म (आ) पाश्व-सघ (इ) पार्व-कालीन श्रुत भगवान् महावीर (अ) जन्मकालीन परिस्थिति (आ) जन्म (इ) गृह-जीवन (ई)-गृह-त्याग तथा साधक-जीवन

Loading...

Page Navigation
1 ... 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 ... 275