Book Title: Hindi Jain Sahitya Parishilan Part 02
Author(s): Nemichandra Shastri
Publisher: Bharatiya Gyanpith
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विषय-सूची आठवां अध्याय १९-३८ । उपन्यास
मनोवती : कथावस्तु वर्तमान हिन्दी काव्यधारा १९
मनोवती : पात्र वर्द्धमान शैली और काव्य
मनोवती : शैली और चमत्कार
२२
कथोपकथन अन्य कायौंका प्रतिबिम्ब २३ रलेन्दु : परिशीलन खण्डकाव्य
सुधीला : कयावख राजुल: कथावस्तु
सुशीला : परिशीलन रातुल : समीक्षा
मुक्तिदूत : कथानक विराग : कथानक
मुक्तिदूत : पात्र विराग : समीक्षा
मुक्तिदूत : कथोपकथन सुट कविताएँ
मुक्तिदूत : शैली पुरातन प्रवृत्ति
मुक्तिदूत : उद्देश्य नूतन प्रवृति
| कथासाहित्य
आराधना कयाकोश नवा अध्याय ३९-१४४
वृहत्कथाकोश हिन्दी-जैन-गद्य-साहित्यका दो हजार वर्ष पुरानी कहानियाँ ८०
क्रमिक विकास ३९ / खनककुमार : परिशीलन । गद्य-साहित्य पुरावन-१४ वी महासती सीता : परिशीलन ८३
शतीचे १९वीं शतीतक ३९ / सुरसुन्दरी आधुनिक गद्य-साहित्य
सुरसुन्दरी : समीक्षा २०वीं शती ५० । सती दमयन्ती : समीक्षा

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