Book Title: Haribhadrasuri ke Darshanik Chintan ka Vaishishtya
Author(s): Anekantlatashreeji
Publisher: Raj Rajendra Prakashan Trsut

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Page 545
________________ क्रम ग्रन्थ का नाम लेखक/सम्पादक संस्करण प्रकाशक | उत्पादादि सिद्धि नामधेयं टीका | यशोविजयजी गणि वी.सं. 2470 | श्री जैन ग्रन्थ प्रकाशक सभा राजनगर (अहमदाबाद) 21. | उपमिति भव प्रपंच सिद्धर्षि गणि राजस्थान प्राकृत भारती संस्थान, जयपुर उत्तराध्ययन सूत्र भद्रबाहु स्वामी वि.स. 2046 | श्री जिनशासन आराधना ट्रस्ट, मुबई | उपासक दशांग सूत्र |श्री कन्हैयालालजी स. | वि.स. 2017/ श्री अ. भा. श्वे. स्था. जैन शास्त्रोद्धार समिति, राजकोट | उपदेश पद हरिभद्रसूरी | वि.सं. 1965 | जैन धर्म विद्या प्रसारक वर्ग, पालीताणा उपदेश माला धर्मदास गणी | वि.सं. 2058 | दिव्यदर्शन ट्रस्ट, धोलका ऋग्वेद अपौरुषेय सन् 1940 | वैदिक संशोधन मण्डल, पूना औपपातिक सूत्र मुनि उमेशचन्द्रजी | ई. 1963 श्री अखिल भारतीय साधुमार्गी जैन संस्कृति | अंगुत्तर निकाय अनुवादक भदन्त कौशल्यायन महाबोधि सभा, कलकत्ता कर्मग्रन्थ देवेन्द्र सूरि श्री आत्मान्द जैन पुस्तक प्रचारक मण्डल, आगरा 30. | कर्म प्रकृति महोपाध्याय | वि.सं. 2060/ श्री जिनशासन आराधना ट्रस्ट, यशोविजयजी | मुंबई कथारत्न कोष देवभद्र सूरि वि. 2000 | जैन आत्मनंद सभा, भावनगर 32. | कठोपनिषद् आद्य शंकराचार्य | वि. 2028 चौखंभा विद्याभवन, वाराणसी 33. | कल्पसूत्र बालावबोध . श्री राजेन्द्रसूरि वि.सं. 2055 | श्री राज राजेन्द्र प्रकाशन ट्रस्ट, मुंबई 34. | कुवलयमाला श्री उद्योतनसूरि वि.सं. 2015 | सिंधी जैन शास्त्रपीठ भारतीय विद्याभवन, मुंबई 35. | गोम्मट सार नेमिचन्द्र ई. 1972 श्री परम श्रुत प्रभावक मण्डल, आगास | चतुःशतकम् प्रो. भागचन्द्र जैन स. 2007 सन्मति प्राच्य शोध संस्थान, भास्कर द्वि. संस्करण नागपुर 37. | चरक संहिता महर्षिणा भगवताग्निवेशेन | स. 1948 मोतीलाल बनारसीदास, बनारस 38. | जम्बुद्वीप प्रज्ञप्ति अज्ञातपूर्वधर स्थविर | वि. 2054 हर्षपुष्पामृत जैन ग्रंथमाला, लाखाबावल 39. जीव विचार श्री शांतिसूरिजी वि.सं. 2053 | 2053] श्री राज राजेन्द्र प्रकाशन ट्रस्ट, अहमदाबाद आचार्य हरिभद्रसूरि का व्यक्तित्व एवं कृतित्व 483

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