Book Title: Gunvarma Charitra
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Page 4
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir સુ. 11 દીક્ષા સ. 1949 અશાઢ સુદ 11 ગણિપદ સં 1961 માગશર સુદ 5 પ્રાતઃ સ્મરણીય-જગપૂજ્ય-વિશુદ્ધ ચારિત્ર ५मधी-तीया TAIMATE- गुरुप्रसादान्माणिक्यसुंदरः सूरिरल्पधीः॥ ભટ્ટારક-પૂજયપાદ-વિક-શ્રી-શ્રીશ્રી पूजाधिकारे वक्ष्यामि, गुणवर्मकथामहम् // 5 // पूर्व राजगृहे वीरः, श्रेणिकाग्रे जगौ यथा // तथा कथामौ विज्ञेया, पूजाफल निदर्शने // 9 // हस्तिनापुरमित्यस्ति, पुरं भरतमंडले // विहारवेश्मणाकारप्रतोली द्वारशोभितम् // 10 // 1. नवर्मनृपस्त्वत्र, जिनधर्मपरोऽभवत् // प्रिया लीलावती तस्य,शीलालंकारशालिनी // 11 // तत्कुक्षिभूः सुतस्तस्य, गुणवर्माभियोऽभवत् // कलाकलापकुशलः, कलशः स्वकुलस्य यः // 12 // सभायां संस्थिते भूपेऽन्यदा वेत्री व्यजिज्ञपत् // यायाय श्री-विशयनीतीसूरीशः॥ // 8 चापपुरनराधोशमंत्री द्वारे च तिष्टति // 13 // જન્મસ. 1930 પન્યાસપદ સં 1962 કારતક વદ 11 सा२५ 1473 भागश२ मुझ 5. For Private and Personal Use Only

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