Book Title: Gunvarma Charitra
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Page 13
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir चरित्र नीला इद 128 बुद्धा पत्रांकः पंक्तिः - अशुद्धम् अशुद्धम् शुद्धम् पत्रांकः पंक्तिः অপু 95 10 शरीराभरणादिकम शरीराभरणादिकम् 1155 लग्नः 7 एषः रुधिरेः रुधिरैः भ्रमद्भमरझंकारं भ्रमभ्रमरझंकार परिणेप्यामि परिणेष्यामि 984 देवयोगन देवयोगेन सुताऽभवत सुतोऽभवत् 99 7 पात्रावतीर्णा तत्रावती 123 निला ज्यमभावाढयः पुण्यप्रभावादयः 8 नष्टवा नष्टवा 1308 बुध्धया पके पुष्पके परमास्त परमस्ति भाग्येशालिनः भाग्यशालिनः 10 सर्वलोकोनां सर्वलोकानां बुद्धया बुद्धया 133 वामनोड बामनोऽयं भारपट्टा भारपट्टो 12 हारकुंडलकाटीर हारकुंडलकोटीर 11 बध्धया बुध्धया 135 7 प्रेषितस्तेनापहाराय प्रेषितस्तेनोपहाराय / M106 4 वक्रमेव वकामेव | 136 10 तान्मत्रं चन्मित्रं मंत्रि तत्सखाः तत्सखा स्नेहभा. स्नेहभाक श्रुयतां श्रूयतां श्रेष्टी 141 8 देवलाका देवलोका REETE EEEEEEEE . . . . . :: मंत्रो श्रेष्ठी For Private and Personal Use Only

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