________________
३३. इच्छा बिना भोजन नहीं करना।
(रोग का मूल अजीर्ण है।) ३४.धन और विद्या का अभिमान नहीं करना। चिंतन : रनवे पर दौड़ सके और उड़ न सके वह विमान किस काम का? इस जन्म में साथ आये मगर परलोक में साथ न
आये, वह धन किस काम का? ३५. नमन करने वालों को नमन करना।
(आप आओ एक डग, हम आये हजार) ३६. मूर्ख, योगी, पंडित और राजा की मश्करी
नहीं करना। मूर्ख : मश्करी का अर्थ नहीं समझेगा
Jain Education Internationalor Personal & Private Use Onlwww.jainelibrary.org