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६. सोते वक्त
खराब स्वप्नों के नाश के लिये : श्री नेमिनाथ एवं पार्श्वनाथ प्रभु का स्मरण करें। सुख निद्रा के लिये : श्री चंद्रप्रभ स्वामी का स्मरण करें। चौरादिभयों के नाश के लिये : श्री शांतिनाथ
भगवान का स्मरण करें। ७. दिशा ज्ञान : दक्षिण दिशा में पांव करके
कभी नहीं सोना। यम एवं दुष्ट देवों का निवास है।, कान में हवा भर जाती है, मस्तिक में खून कम पहुंचता है। याददाश्त कमजोर होती हैं, यह बात विज्ञान और वास्तु शास्त्री स्वीकार करते हैं : “प्राकशिर : शयने विद्या, धनलाभश्च दक्षिणे।, पश्चिमे प्रबला चिंता, मृत्युहानिस्तथोत्तरे।"
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