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शासन 'ध्वज वन्दन गीत
(आओ बच्चों तुम्हें दिखायें) जैनं जयति शासनं की अलख जगानी जारी है हे जिन शासन! तू हैं मैया तेरी ही फूलवारी हैं
वंदे शासनम् जैनम् शासनम् हिमालय सा उत्तुंग है वो, जिन शासन हमारा है। गंगा सा निर्मल और पावन, जिन शासन हमारा है। पतितों को भी पावन करता, शासन वो सहारा है। तारण हारा, तारण हारा, जिन शासन हमारा है। देखो भैया नौजवानों, पापों को चिनगारी है।
..... हे जिन शासन. १ रोहिणियां जैसा चोर लुटेरा, उसको तूने तारा था। अर्जुनमाली सा घोर पापी, उसको भी उगारा था। क्रोधी विषथर चंडकोशिक को, तूने ही सुधारा था। कामी रागी स्थूलिभद्र को, तूने ही स्वीकारा था। आओ झंडा जिनशासन का, फैलाने की बारी है।
..... हे जिन शासन. २ मिटा देंगे हस्ति उसकी, जो हमसे टकरायेगा अहिंसा की टक्कर में देखो, हिंसा नाम मिट जायेगा। गली गली और गांव गाव में, बच्चा बच्चा गायेगा। HARITHER RASHTRIANS 28 |
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