Book Title: Gandharwad
Author(s): Jinbhadragani Kshamashraman, Vinaysagar
Publisher: Rajasthan Prakrit Bharti Sansthan Jaipur
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यजुर्वेद युक्त्यनुशासन योगदर्शन
योगदर्शन भाष्य
योगदृ० -- योगदृष्टिसमुच्चय
प्रोगशिखोपनिषद् लोकतत्त्वनिर्णय
वाक्यपदीय
विग्रहव्यावर्तनी (नागार्जुन )
विजयोदया - भगवती आराधना टीका
विज्ञप्तिमात्रत सिद्धि
विनयपिटक - महावग्ग
विविधतीर्थं कल्प
विशेषणवती (जिनभद्र)
विशेषा० भा०-विशेषावश्यक भाष्य
विशुद्धिमग्ग
वंशे० -
- वैशेषिक
सूत्र
व्यो० - व्योमवती - प्रशस्तपाद भाष्य टीका
01
शतपथ ब्रह्मण
शाबर भाष्य
शास्त्रदी०- - शास्त्रदीपिका
शास्त्रवार्तासमुच्चय
श्रीमद् भागवत ( छायानुवाद) श्लोकवा०- -मीमांसा श्लोकवार्तिक श्वेता०-- श्वेताश्वतर उपनिषद्
षट्खण्डागम - धवला टीका
षड्दर्शनसमुच्चय (हरिभद्र) षोडशक (हरिभद्र)
संयुत्तनिकाय (पाली टेक्स्ट) सन्मतितर्क (गुजराती)
समयसार
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समवायांग सूत्र सर्वसारोपनिषद्
सर्वार्थसिद्धि - तत्त्वार्थ टीका
सांख्यका०- -सांख्य कारिका
सांख्यत ० - सांख्यतत्त्वकौमुदी
सामवेद
मुत्तनिपात
सूत्रकृ०नि०
सूत्र० नि० सूर्यप्र० - सूर्य प्रज्ञप्ति सौन्दरनन्द
स्थानांग
- सूत्रकृतांग नियुक्ति
स्याद्वादमज्जरी
स्याद्वादर० - स्याद्वादरत्नाकर (पूना) हरिवंश पुराण
हेतु बिन्दु
-Outlines of Indian PhilosophyHiryanra
-Buddhist Conception of spiritsLaw
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-Buddhist Philosophy-Keith -E.R.E. (Encyclopaedia of Religion and Ethics) - Heaven and Hell -- Law
History of Indian Philosophy Vol-II - The Creative period - Belvelkar and Ranade
-Hyms of Rigveda
-Nature of Conciousness in Hindu Philosophy – Saxena
-Origin and development of Religion in Vedic LiteratureDeshmukh
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