Book Title: Gadyabaddham Charitra Chatushtayam Author(s): Rajendrasuri, Publisher: Rajendrasuri Jain Granthmala View full book textPage 1
________________ Jain Education Internationa श्रीमद्राजेन्द्रसूरि-जैनग्रन्थमालायाः पुष्पम् - ३२ गद्यबद्ध - श्रीचरित्रचतुष्टयम् । ratresोर्विदुषीतरयोः श्रीमत्योः श्रीमानश्री मनोहरश्रियोरन्तेवासिन्योरनवरततपस्यानिरतयोःश्रीभावश्रीविनयश्रियोः सदुपदेशेन- मरुधरदेशीय सियाणानगरवास्तव्य - खांडपिया शा० सूरतिंग जीवराज ऊमाजी, तद्भगिनी ' अकुबाई ' इत्याख्या चैतद्ग्रन्थचतुष्टयं स्वद्रव्यव्ययेन भावनगरस्थ ' आनन्दप्रीन्टिंग मुद्रणालये ' संमुद्राप्य प्रकाशितवन्तः । श्री वीर सं० २४५४, विक्रम सं० १९८४, श्रीराजेन्द्रसूरि सं० २२, सन् १९२८ इस्त्री. For Personal & Private Use Only www.jainvelibrary.orgPage Navigation
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