Book Title: Dighnikayo Part 1 Author(s): Vipassana Research Institute Igatpuri Publisher: Vipassana Research Institute Igatpuri View full book textPage 6
________________ विसय-सूची دات نت प्राक्कथन प्रस्तावना प्रकाशकीय सुत्त-सार Foreword Preface Publisher's Note [i [xi] [xxi] Mrm www १. ब्रह्मजालसुत्तं परिब्बाजककथा चूळसीलं मज्झिमसीलं महासीलं पुब्बन्तकप्पिका सस्सतवादो एकच्चसस्सतवादो अन्तानन्तवादो अमराविक्खेपवादो अधिच्चसमुप्पन्नवादो अपरन्तकप्पिका सञ्जीवादो असञ्जीवादो नेवसञ्जीनासञ्जीवादो उच्छेदवादो दिठ्ठधम्मनिब्बानवादो परितस्सितविप्फन्दितवारो फस्सपच्चयावारो नेतंठानविज्जतिवारो दिह्रिगतिकाधिट्ठानवट्टकथा विवट्टकथादि २. सामञफलसुत्तं राजामच्चकथा कोमारभच्चजीवककथा सामञफलपुच्छा पूरणकस्सपवादो मक्खलिगोसालवादो अजितकेसकम्बलवादो पकुधकच्चायनवादो निगण्ठनाटपुत्तवादो सञ्चयबेलट्ठपुत्तवादो पठमसन्दिट्ठिकसामञफलं दुतियसन्दिट्ठिकसामञफलं पणीततरसामञफलं चूळसीलं मज्झिमसीलं महासीलं Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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