Book Title: Dhananjay Ki Kavya Chetna
Author(s): Bishanswarup Rustagi
Publisher: Eastern Book Linkers
View full book text
________________
२८२
सन्धान-कवि धनञ्जय की काव्य-चेतना
आदिपुराण-१८, ६० आनन्दवर्धन-९५ आन्वीक्षिकी-२५५ आपण-२४३ आभूषण-२४३, २६१-६२ आयुध-२३४-३५, २३७, २४३
-आक्रमणात्मक-२३५ -सुरक्षात्मक-२३५-३६ आयुधागारिक-२२८ आयुर्वेद-२५७-५८, २६४ आरा-३८, ५४, ६३ आर्थिक-व्यवसाय-२४०, २६४ आलम्बन विभाव-११५-१७, ११९-२०,
१२२-३२, १३४, १३८-४९ आवासीय स्थिति-२४५, २६४, २७१
-ग्राम-२४५-४६, २६४ -नगर-२४५-४७, २६४ -निगम-२४५-४६, २६४
-भक्त-ग्राम-२४६ इक्षुरस (ईख का रस)-२४०, २४९ इंग्लैण्ड-४-५ इण्डियन एण्टीक्वेरी-४४ इतिहास-पुराण-९, २३, २६, ९७-९८,
२६८ इत्सिंग्ज़ रिकार्ड ऑफ बुद्धिस्ट प्रैक्टिसिज़ इन द वैस्ट-४४ इनीड (Aeneid)-१५ इन्द्र-१३, २५२ इन्द्र-अदिति-वामदेव सूक्त-६ इन्द्र-इन्द्राणी-वृषाकपि सूक्त-६ इन्द्र-मरुत् सूक्त-७ इन्द्रराज-२१२
इन्द्रवंशा-२०६ इन्द्रवज्रा-६०, २०५ इपिक-२ इलियड (Iliad)-१२, १४ उग्रसेन-८२ उज्जैन-४३ उड़द-२४८ उत्तरपुराण-१८ उत्तरीय-२४७, २६१ उत्पाद्य-९८ उत्प्रेक्षा-१८५, १८८-८९, १९८-९९ उत्साह-११४, ११६-१७, ११९-२०,
१२२-२३ उद्गता-२०८ उद्दीपन विभाव-११५-१७, ११९-२० __ १२२-३२, १३४,१३८-४२,१४४-४९ उद्भट-१५१ उद्यान-व्यवसाय-२४० उद्योग-व्यवसाय-२३९, २४४, २७०-७१ उद्योतन्-२८ उपजाति-६०, ९३, २०५ उपनयन संस्कार-२५१ उपमा-८३, ११८,१४४, १८५-८६, १९९
-तुल्ययोगोपमा-१८६
-श्लेषोपमा-१८६ उपमान-उपमेयता-८२, ९२ उपाध्याय-२५०-५१ उपाध्याय, ए.सी०-१९ उपाध्ये, ए० एन०-२७-२८, ४६, ५०-५२,
५५, ६०, ६३, ६७, २६६ उभयालंकार-५३ उमास्वाति/उमास्वामी-५१

Page Navigation
1 ... 300 301 302 303 304 305 306 307 308 309 310 311 312 313 314 315 316 317 318 319 320 321 322 323 324 325 326 327 328