Book Title: Dhananjay Ki Kavya Chetna
Author(s): Bishanswarup Rustagi
Publisher: Eastern Book Linkers
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शब्दानुक्रमणिका
द्वितीय- चतुर्थ पादगत व्यपेत अन्त
यमक - १६३
द्वितीय पादगत अव्यपेत अन्त
यमक - १६२
पादान्त यमक- १६१
पादान्ताम्रेडित यमक - १६१
प्रथम-द्वितीय पादगत व्यपेत अन्त
यमक - १६३
प्रथम पादगत अव्यपेत अन्त
यमक - १६२
विजातीय यमक - १६२
व्यपेत अन्त यमक - १६२
समस्त पाद यमक - १६१ - अन्तादिक यमक - १५६, १६७
चक्रवाल यमक - १६७
चतुष्पादगत० - १६७ तृतीय- चतुर्थ पादगत० - १६७ प्रथम-द्वितीय पादगत० - १६७
- आदिमध्य यमक - १५६, १६३ अव्यपेत आदिमध्य यमक - १६३ अव्यपेत- व्यपेत प्रथम पादगत आदिमध्य यमक - १६४ तृतीय पादगत अव्यपेत आदिमध्य
यमक - १६३
द्वितीय पादगत अव्यपेत आदिमध्य यमक - १६३
प्रथम-द्वितीय पादगत व्यपेत
आदिमध्य यमक - १६४ प्रथम पादगत व्यपेत आदिमध्य यमक - १६४
व्यपेत आदिमध्य यमक - १६३ - आदिमध्यान्त यमक - १५६, १६६
२९७
- आदि यमक - १५६-५७, १५९,
१६५
अनेक जातीय यमक - १५७ अव्यपेत आदि यमक / सन्दष्ट
यमक - १५६-५७ एकान्तर - आदि यमक - १५६
तृतीय पादगत अव्यपेत आदि
यमक - १५८
द्वितीय- चतुर्थ पादगत व्यपेत आदि
यमक - १५८
द्वितीय पादगत अव्यपेत आदि
यमक - १५७
पादादि यमक - १५६, १५९
पादान्त यमक- १५६, १५९ प्रथम-तृतीय पादगत व्यपेत आदि यमक - १५८ प्रथम-द्वितीय पादगत व्यपेत आदि यमक - १५८
प्रथम पादगत अव्यपेत आदि यमक - १५७ विजातीय यमक - १५७
व्यपेत आदि यमक - १५६-५८ -आद्यन्त यमक - १५६, १६४-६५ अव्यपेत आद्यन्त यमक - १६४ अव्यपेत- व्यपेत आद्यन्त यमक
१६५
काञ्ची यमक - १६४
पादागत व्यपेत आद्यन्त यमक१६४-६५
- मध्य यमक - १५६, १५८, १६६, १९८
अव्यपेत मध्य यमक - १५९

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