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डॉ बिशन स्वरूप रुस्तगी
• एम० ए० (संस्कृत), पी-एच० डी०। • जापानी भाषा एवं साहित्य में एम० ए० तथा
स्पेनिश भाषा में द्विवर्षीय डिप्लोमा। तोक्यो विश्वविद्यालय, जापान में एक वर्ष छः मास के विशेष अनुसन्धान कार्य हेतु जापान के शिक्षा मन्त्रालय की छात्र-वृत्ति। हिन्दू महाविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय तथा जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में शिक्षणकार्य के उपरान्त, सम्प्रति रामजस महाविद्यालय, दिल्ली में वरिष्ठ प्राध्यापक के पद पर कार्यरत। आस्था और चिन्तन (आचार्यरत्न श्री देशभूषण जी महाराज अभिनन्दन-ग्रन्थ) के प्रकाशनार्थ भारत के राष्ट्रपति महामहिम ज्ञानी जैल सिंह जी द्वारा सम्मानित। विभिन्न कान्फ्रेन्स तथा सेमिनारों में दस शोधपत्रों का प्रस्तुतीकरण। विभिन्न शोध-पत्रिकाओं में पन्द्रह शोध-पत्र प्रकाशित। "एशियाई देश तथा भारतीय संस्कृति'' शीर्षक से संस्कृति परिषद्, दिल्ली विश्वविद्यालय के तत्त्वावधान में एक द्विदिवसीय अखिल भारतीय
सेमिनार का आयोजन व संचालन। • अनेक शोध-संस्थाओं का आजीवन सदस्य।