Book Title: Devindatthao
Author(s): Subhash Kothari, Suresh Sisodiya
Publisher: Agam Ahimsa Samta evam Prakrit Samsthan
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________________ 138 देविदत्थओ 1/2 ] हवंति (हव) व 3/2 अक साभावियसरीरा [ (साभाविय)-.. ( सरीर ) 1/2 ] 250. बत्तुलसरिसवरुवा [ ( वत्तुल ) - ( सरिसव)- ( रुव ) 1/2] देवा ( देव ) 1/2 एक्कम्मि ( एक्क) 7/1 ठिइविसेसम्मिः ( ठिइविसेस ) 7/1 पच्चगहोणमहिया [ ( पच्चग्ग )- (हीण)-.. (महिय ) 1/2 ] ओगाहण-वण्णपरिणामा [ ( ओगाहण) - ( वण्णपरिणाम ) 1/2 ] 251. किण्हा (किण्ह ) 1/2 नीला ( नील ) 1/2 लोहिय ( लोहिय ) मूलशब्द 1/2 हालिद्दा ( हालिद्द ) 1/2 सुक्किला (सुक्किल ) 1/2 विरायंति (विराय ) व 3/2 अक पंचसए (पंच)-(सय). 1/2 ] उन्विद्धा ( उव्विद्ध ) 1/2 पासाया (पासाय ) 1/2 तेसु.. (त) 7/2 स कप्पेसु ( कप्प) 7/2 252. तत्थाऽसणा [ ( तत्थ ) + ( आसणा) ] तत्थ ( अ ) = वहां पर आसणा (आसण ) 1/2 बहुविहा (बहुविह ) 1/2 सयणिज्जा (सयणिज्ज) 1/2 य (अ) = और मणिभत्तिसयचित्ता [ (मणि)( भत्ति ) - ( सय ) - (चित्त) 1/2] विरइयवित्थडदूसा [ ( विरइय) - (वित्थड) - ( दूस ) 1/2 ] रयणामयदामऽलंकारा [( रयणामय )-(दाम)-(अलंकार ) 1/2] 253. छब्बीस ( छव्वीस ) 1/2 जोयणसया [ ( जोयण ) - (सय) 1/2] पुढवीणं (पुढवी) 6/2 ताण (त) 6/2 स होइ ( हो ) व 3/1 अक बाहल्लं ( बाहल्ल) 1/1 सणंकुमार-माहिदे* [ ( सणंकुमार )(माहिद ) 2/2 ) रयणविचित्ता [ ( रयण ) - (विचित्त) 1/2 ] 4 ( अ ) = और सा ( सा ) 1/1 स पुढवी ( पुढवी ) 1/1 * कभी-कभी सप्तमी विभक्ति के स्थान पर द्वितीया विभक्ति का प्रयोग पाया जाता है / ( हेम प्राकृत व्याकरण 3/137) 254. तत्थ ( अ ) = वहाँ विमाण ( विमाण) मूलशब्द 1/2 बहुविहा (बहुविह) 1/2 पासाया (पासाय ) 1/2 य ( अ ) = और
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