Book Title: Devindatthao
Author(s): Subhash Kothari, Suresh Sisodiya
Publisher: Agam Ahimsa Samta evam Prakrit Samsthan

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Page 221
________________ 148 देविदत्यो 296. केबलनाणुवउत्ता [ ( केवलनाण ) - ( उवउत्त ) 1/2 ] माणंतो* . ( जाण ) व 3/2 सक सव्वभावगुण-भावे [ ( सव्वभाव ) - (गुण) - ( भाव ) 2/2 ] पासंति ( पास ) व 3/2 सक सव्वओ (अ) - सब ओर से खलु ( अ ) = निश्चय अर्थ में केवलविठ्ठीहणताहि [ ( केवल ) - (दिट्ठि) - ( अणंत ) 3/2 ] * छन्द की मात्रा पूर्ति के लिए ह्रस्व का दीर्घ कर दिया जाता है। 297. नाणम्मि ( नाण ) 7/1 दंसणम्मि ( दंसण ) 7/1 य (अ) = और इत्तो ( अ ) = इसमें एगयरयम्मि ( एगयर ) 'य' स्वार्थिक 7/1 उवउत्ता ( उवउत्त) 1/2 सव्वस्स ( सव्व ) 6/1 स केवलिस्स ( केवलि ) 6/1 जुगवं ( अ ) = एक साथ दो (दो) 1/1 नत्यि (अ ) = नहीं उवओगा ( उवओग ) 1/2 298. सुरगणसुहं [ ( सुर ) - ( गण ) - ( सुह ) 2/1 ] समत्तं (समत्त) 2/1 सम्वद्धापिडियं [ ( सव्वद्धा)- (पिडिय ) 2/1 ] अणंतगुणं ( अणंतगुण ) 2/1 न ( अ ) = नहीं वि ( अ ) = भी पावइ (पाव) व 3/1 सक मुत्तिसुहं [ (मुत्ति ) - ( सुह ) 2/1] ताहिं [(णं) + (ताहिं ) ] णं (अ) = वाक्यालंकार ताहि (त) 5/1 स 299. न ( अ ) = नहीं वि (अ.) = भी अस्थि (अस ) व 3/2 अक माणुसाणं ( माणुस ) 6/2 तं ( त ) 1/1 स सोक्खं (सोक्ख )1/1 न ( अ ) = नहीं वि ( अ ) = भी य (अ) = और सव्वदेवाणं [ ( सव्व )- ( देव ) 6/2 ] जं (ज) 1/1 स सिद्धाणं ( सिद्ध ) 6/2 सोक्खं ( सोक्ख ) 1/1 अव्वाबाहं ( अव्वाबाह ) 1/1 उवगयाणं ( उवगय ) 6/2 300. सिद्धस्स ( सिद्ध ) 6/1 सुहो ( सुह) 1/1 रासी ( रासि ) 1/1 सव्वद्वापिंडिओ [ ( सव्वदा ) - (पिडिय) 5[1] जई (अ ) = यदि हविज्जा (हव ) विधि 3/1 अक गंतगुणवग्गुभइओ [ ( णंत ) + (गुण ) + ( वग्ग ) + ( उभइओ)]

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