Book Title: Devi Puranam
Author(s): Pushpendra Sharma
Publisher: Lalbahadur Shastri Kendriya Sanskrit Vidyapitham
View full book text
________________
कन्यास्थेच
कन्या स्त्रियस्तु कन्या संस्थे
कन्या संपूजको
कनिष्ठया
रुपार्ट
कपालमातरे
कपाल ब्रह्मकम्
कपाल मालिनम् कपाल हस्तमोशानम्
कपालं याम्य
. कपिल: पिंगलश्चैव
कपिसंस्था
कर्पूरोदक
कपोलपुलितम्
कपाल रुद्रसहिता
कपिलो हेमकुक्षिश्च
कम्बुरेख
कम्बलस्कः
कम्बलं शुक्ल सूत्राम् क्या नश्चित्र
कवचेन तथा
क्वचित् दुर्गन्तु
क्वचिन्नमितमातंगम् क्वचित् पतन्ति
क्वचित्प्रयान्ति
क्वचिद्वृपप्रहारस्तु
क्वचिद्हाटकसम्भूते
करताले स्थिता
करं प्रसारयेद्
करवीरवनं तत्र
करालं तालजंघम्
कराली विकराली
कराणां धनुषाणाम्
देवीपुराणम्
५६.१६
६१.५०
३६.१६६
३४.८
७२.१८
कर्तुकामुण्ड
१३.८७
कर्ता शताधिकम्
८६. १०
कर्तव्यमेकमेकं वा
३७.१५
कर्त्तव्यं द्विज
११२.६२ कर्त्तव्यं भूतबेताल
८३.४८
कसं व्या
११६.५
कर्णस्थान
३२.५४ कणिका तु
२३.१३
करिणकारे
२.५५
८५.३८
कर्दमेन यथा
करोति शम्भुना
करोमि भवतामिष्टम्
करवीर कुसुम
८५.४३
८५.४५.
८५.४८
६३.७६
८२.३४
१३.७०
१५.१५
८५.७२
१२७.१७८
५९.४०
करणका तद्विजानीयात्
करणों विन्यस्तपत्रे
करिणको शिवः
८६.८
११०.६ कर्मजस्तु मतो
७.३०
कर्मवाचेतनो
८२.३५
१०४.१६
५६.३७
२६.२६
८५.४६
८५.४६
कम्मर फलमाप्नोति
कर्मणा कुरुते
कर्म यज्ञ
कर्म्म यज्ञेन
कम्मंयज्ञस्तपो
कमायसिन
क्रमाच्छेषाणि
तुर्दश: सुरः
क्रमेण
क्रमश्वम्
कलंकमसि
कल्पे कल्पे
कल्पान्ताश्च
कल्पे सुरोत्तमे
कल्याणम्
कल्याणी
४७५
४६.२४
८३.१०
३६.४२
१२३.१५
५०.२३६
११०.२३
६०.२६
८६. ७
८.८
२.११
८७.८
६५.८०
६३.१६
५०.३२०
८२.७४
७४.३१
१०८.२०
१०८.३०
६६.२४
६. ६२
७६.६०
३०.६२
५७.३०
३६.४०
७२.२६
४६.१५
६७.६१
८३. १०१
१३.३१
८२.५६
६५.८५
५८.३
६७.६
१२७.१६२
Page Navigation
1 ... 516 517 518 519 520 521 522 523 524 525 526 527 528 529 530 531 532 533 534 535 536 537 538 539 540 541 542 543 544 545 546 547 548 549 550 551 552 553 554 555 556 557 558 559 560 561 562 563 564 565 566 567 568 569 570 571 572 573 574 575 576 577 578 579 580 581 582 583 584 585 586 587 588