Book Title: Devi Puranam
Author(s): Pushpendra Sharma
Publisher: Lalbahadur Shastri Kendriya Sanskrit Vidyapitham

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Page 547
________________ ५०४ देवीपुराणम् ५०.१२३ १२७.१६४ ५०.६३ ६३.२२६ ६४.३२ ५८.२५ २३.१६ ५०.२५२;२६३ १३:२२ १०५.१३ ६३.१७७ १०.६.१२ पञ्चास्था पूजिता पंचाशदंगुलम् पंचाशल्लक्ष पटु पटह पटस्य लक्षणम् पठते लक्षणो पठस्स्तवोत्तमम् पठनात् श्रवणात पठित्वा सर्ववेदानाम् पत्रपुष्पोदककराम् पतयस्ते भविष्यन्ति पतङ्ग पतङ्गकर पत्नी च कुंकुमा पताका-ध्वज-छत्रादि पतिता बाहुदण्डा पतिव्रता सदा पतिते शक्रदंडे पतिताः संविलक्ष्यन्ति पतिहीना पथि पर्वत पदं देव्याः पदमालाम् पदमालेति पदमाला महाविद्या पदमालाविधिः पदवर्ण विभागेन ४४.१२ पद्म पूरक ६३.१५६ पद्माक्षी पद्मगर्भा ८१.१७ पद्मविल्व १२.२७ पद्मरागपरिच्छन्नम् ६३.१४६ पद्मरागोपरिच्छन्नम ११६.६० पद्म सुलक्षणोपेते १२७.१८ पद्मस्था पद्म स्वस्तिक १०७.६१ पन्थानम् ५०.१७८ पयसा कर्दमा ६३.२६६ पयोष्णी पवनविरहितो १३.५६ पवर्गाच्चतुर्थे । ७६.४ पवित्रेऽस्थौ २१.६ परत्र भैरवम् ८५.१८ परार्धद्वय ५०.३४२ परा च विघ्नसहिता १२.५३ परदुर्गेषु ८५.६५ परदार ९३.६४ परा जम्बुकनाथस्य ३६.१३६ परा वा ५०.५६ परैका भवते ६.५३ पराशराज्जातुकों ५०.६६ परसैन्य ११.१५ परैः सम्मुखस्य १.२१ परस्थं मातृमध्यस्थम् ३६.१२२ परस्पर १०.५.४ परस्परन्तु ८३.८४ परस्पर सुसन्तुष्टा ५०.३१६ परपत्त्यः ८३.६० परमापर ६५.६५ परिग्रहानुरूपेन ५०.३०१ परिजातक ६५.६४ परिभ्रमद् यथाकाम ३६.१८३ ११६.२३ ११७.१० ७२.१३६ ४२.१२ २.३४ ३६.४४ ११.१३ ७१.२ १७.४० ७०.६ २१.१५ ८५.२ पद्मकम् पद्मासना पद्मकारं प्रकर्त्तव्यम् पद्मचक्रगदाहस्ता पद्म तथावशेषानि पमेन्द्र नील पद्मपत्राष्टकम् ३६.१३ १२२.१३ ६३.२०६ ४३.१६

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