Book Title: Dayachandji Sahityacharya Smruti Granth
Author(s): Ganesh Digambar Jain Sanskrit Mahavidyalaya Sagar
Publisher: Ganesh Digambar Jain Sanskrit Mahavidyalaya Sagar

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Page 759
________________ दिवंगत विद्वानों के जीवन परिचय साहित्य मनीषी की कीर्ति स्मृतियाँ स्वर्गीय पं. ताराचंद्र जी जैन सराफ के धार्मिक (आदर्श) जीवन की एक झलक नरेन्द्रकुमार-चमेली बाई, सागर नाम स्व. पं. श्री ताराचंद्र जी जैन आयु - 82 वर्ष जन्मतिथि कुँवार सुदी 14 संवत् 1961 जन्म स्थान सागर (म.प्र.) समाधि तिथि श्रावण सुदी 14-15 अर्द्ध रात्रि संवत् 2043 समाधि स्थान - अतिशय क्षेत्र श्री पपौरा जी (टीकमगढ़) दीक्षा गुरु दसवीं प्रतिमा द्वारा आचार्यश्री 108 विद्यासागर जी महाराज समाधि सानिध्य - आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज ससंघी धर्म गुरु श्री गणेश प्रसाद जी वर्णी (धर्म संस्कार गुरु एवं धर्म प्रेरणा सूत्र) शिक्षा स्थल श्री गणेश दिगम्बर जैन संस्कृत महाविद्यालय सागर शिक्षा शास्त्री कक्षा 11. व्यवसाय सोना चाँदी व्यापार (सराफी) 12. धर्म पत्नि का नाम - स्व. सौ. श्रीमती खेमाबाई (निधन ता : 29/11/1976) 13. संतान - पाँच पुत्र तथा दो पुत्रियों (सभी धर्मरूचि बान) 14. धार्मिक संस्थाओं के नाम जिनके सक्रिय सदस्य रहे - (1) उदासीन आश्रम सागर के अधिष्ठाता (2) दिगम्बर जैन चौधरनबाई मंदिर के ट्रस्टी (3) श्री गणेश दिगम्बर जैन संस्कृत महा. के सदस्य (कार्यकारणी सभा) (4) अखिल भारतवर्षीय विद्वत परिषद के सदस्य (5) महिला आश्रम सागर के सदस्य (6) उदासीन आश्रम द्रोणागिरि के उपाध्यक्ष उनकी, इस कारण से, प्रतिदिन की निम्नानुसार चर्या थी :(1) प्रतिदिन प्रात:काल ब्रह्म महूर्त में 4 बजे सोकर उठते थे। उस समय सामायिक करते थे, शास्त्रों का अध्ययन करते थे। (2) फिर सुबह 7 बजे मंदिर में जाकर देवदर्शन, अभिषेक प्रवचन करते थे। यह धार्मिक क्रिया 10 बजे दिन तक चलती थी। A64 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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