Book Title: Dashvaikalika Sutram
Author(s): Haribhadrasuri,
Publisher: Shripalnagar Jain S M P Trust
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क्रम: विषयः
सूत्रम् नियुक्तिः भाष्यम् पृष्ठः
श्रीदशवैकालिक
श्रीदशवैकालिक श्रीहारि० वृत्तियुतम् ॥२॥
नक्रमः
-
१.१५
.
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'यथास्थापितानी'ति पञ्चमद्वारे संक्षेपणाध्ययनार्थाधिकाराः। - २०-२३ संक्षेपेण चूडाद्वयार्थाधिकारः।
- २४-२५ अध्ययनशब्दस्यौधादि निक्षेपाः। भावाध्ययननिक्षेपः। - २८द्रुमपुष्पनिक्षेपप्ररूपणा।
३४ दुमपर्यायशब्दाः । - पुष्पैकार्थिकानि सुसमादृष्टान्तादिश्च। - ३६-३७ संहितादिषड़िधा व्याख्या।
१ चालनाप्रत्यवस्थानयोः प्रवृत्तिः। धर्मपदनिक्षेपाः द्रव्य
क्रमः विषयः सूत्रम् नियुक्तिः भाष्यम् पृष्ठः
धर्मनिक्षेपाश्च। - ३९-४० - ३४ १.२४ धर्मनिक्षेपेऽस्तिकायादि
धर्मस्वरूपः धर्मनिक्षेपे भावधर्मभेदाः। -
४१-४२ धर्मनिक्षेपे लोकोत्तरो भावधर्मः।
द्रव्यभावमङ्गलम्। १.२७ हिंसाऽहिंसास्वरूपः। - .२८ संयमप्रतिपादनम्। - .२९ बाह्यतप:प्रति
पादनम्। अभ्यन्तरतपःप्रतिपादनम्। जिनवचनस्याज्ञायुक्त्युभयसिद्धत्वम् । - पञ्चावयवदशा
वयवाः। १.३३ उदाहरणहेतुस्वरूप:
उदाहरणैकार्थिकाच। - ५१-५२
१.३०
३८
१.२३
29808880800DE
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