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_ध्यान के कितने भेद होते हैं?
आज
अशुभ
धमे
निष्टीदयाल
२ अपायविच
३विषाकविषय
४ संस्थानविचय
वयाप्रति
HISPEREPSEREE
सरक्षणानुबा
दानबंधयाना
पू.मुनिश्री गुणरत्नविजयजी म.के सदुपदेश से रा हजारीमलजी पनाजी हाडा तखतगढ वाली द्वारा निर्मित।
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