Book Title: Chaturvinshatiprabandha
Author(s): Rajshekharsuri, Hiralal R Kapadia
Publisher: Harsiddhbhai Vajubhai Divetia
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२७८
चतुर्विशतिप्रवन्धे
| कण्टेश्वरी १८ इन्द्रभूति ३
कन्थारकुडङ्ग ३०
कन्यकुम्ज १६, ४०, ५७, ६५, ७१ ईशान २९, ९३
२०५
कपर्दिन् १०-१०२, २१७, २२. उप्रसेन २७
२४० उजयन्त २४, ८७, ८८, १००,२०, | कपाट १९६
कबाडी १८७-१८९ उज्जयन्ती १२२
कमला दिल्य १२८, २१ उज्जयिनी १५, ३७, १३१, १३४, | कर्ण ७५, १०, २०६, २२४
१५८, १६०, १६९, १७५ कर्णदेव १८५ उत्तराष्पयन ३
कर्णमेरु(प्रासाद ) १०४, १०५ उदयन २, ९९, १००, १७५-१७९, कर्णाट १३१, १८६ २३०, २३१
कर्मप्रकृति २२८ उदयप्रभ २२८
कलहपश्चानन १०६, १०७ उदयसिंह २१२, २४६, २४९, २५० कलाकलाप १२६ उपमितिभवप्रपञ्चा ५०
कलाकेलि ९१ उम्बरिणी २४
कलामारती ११६ उराल(पुर ) ११०, १११
कलावती १७५
कलिकालसर्वज्ञ ५० ऊदल २४ उपरवट २१०, २११, २१४
कल्पक २३१
कल्प( सूत्र?)३ अषम(देव) २, ४५, १००, १०२,
कल्यर्जुन २१४ १७५, १९८, २३०, २३२,
कल्याणमन्दिरस्तव ३८ २३३, २३८, २४०, २४,
कविशिक्षा १२६
काञ्चनवल १९७ ऋषिमाषित ३
कात्यायन " ओ
कान्ती(पुरी) २७, १७३ ओहारनगर ४०, ४२
काब( वेरी १२३ ओटर ११०, १११
कामरूप १५९
| कामसेना १६२ कंस २८
कार्तिकेय १७०,१७ कण्टिका ९१, १२, १४
कालय १५२

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