Book Title: Chaturvinshatiprabandha
Author(s): Rajshekharsuri, Hiralal R Kapadia
Publisher: Harsiddhbhai Vajubhai Divetia
View full book text
________________
चतुर्विशतिप्रवन्धे
महीपास मामक १० महेन्द्र २१, २२, २७ महोबक १६-१८
| मोदेरपुर ५५, ४१ मोडेरवसहिका ६ मोहमाया १७५ मौर्य ३०
मागध ८७, ८९
यहु २३४ माणस ६६
यमुना ११२, १७७ माण्डल्य २३७
यशःपटह १८५ मातुलिगोविया १४
यशोधर्म ५५, ५९, ७७ माधवदेव ११५
यशोभद्र २,३,९६,९५, ११. भायावर १४३, १४३, १४५, १४६ ।
यशोवीर २४६, १४७ मारव २१३-२१५
याकिनी ४९, ५२ मार्कण्ट २५६
युधिष्ठिर ७४, ९०, १९९-१७१,२२, मालदेव २४३
२२७ मालय ४०, १०९, ११०, १३८, १३९, यौगन्धरायण २४६
१८५, २०१, २२, २३.। मालषीय १०७, १००,१२२ मारचक २१९
| रक्षित ( आर्य) २, ८ माईन्द्र २२८
रघु ११९
रङ्क ४५, ४८ मुरुण्ड २४,२५
रणसिंह १२ मूलराज १११, १८५,२०६
रत्न २, १९१-१९८, २२९ मृगावती १५५
रन्ति १५५ मेषचन्द्र"२,१७
रम्मा ६८, १७५ मेघनाद ११,१९६
राजगिरि ८६ मेन्तक १०८
राजगृह( पुर) १५ मेवपाट ...
राजशेखर २५९ भेदाभेडण(!) १५७
राजीमती १०१ मेरु, १.२ (१)
| राम ५७, ७६, ८२, १६६-१६८, मोजदीन २३५, २३६, २३०, २३९
१७०-१५२, १७५, १७५ मोड ९७
रामचन्द्र २००,२०१ मोह २०३
. रामसैन्य ५७ मोडेर(क) ५६, ६०, ७७-७९, रामायण १६६
रावण २, 100, 10

Page Navigation
1 ... 300 301 302 303 304 305 306 307 308 309 310 311 312 313 314 315 316 317 318 319 320 321 322