Book Title: Chandraprabhswamicharitam Author(s): Jinendrasuri, Publisher: Harshpushpamrut Jain Granthmala View full book textPage 1
________________ श्री हर्षपुष्पामृत जैन ग्रन्थमाला - ग्रन्थाङ्कः - १४५ ।। श्री महावीर जिनेन्द्राय नमः ॥ ।। हालारदेशोद्धारक पूज्याचार्यदेवश्री विजयामृतसूरिगुरुभ्यो नमः ॥ नागेन्द्रगच्छनभोनभोमणि - पूज्याचार्यदेव - श्रीमद् - देवेन्द्रसूरीश्वर - विरचितं 5 श्री चन्द्रप्रभस्वामिचरितम् 5 सम्पादकः संशोधका तपोमूर्ति पूज्याचार्यदेव श्री विजयकर्पू रसूरीश्वर पट्टषर - हालार देशोद्धारक पूज्याचार्यदेवश्री विजयामृत सूरीश्वर - पट्टधरः पूज्याचार्यदेवश्री विजयजिनेन्द्रसूरीश्वरः वीर सं० २५१२ विद्वद्वर्य - तपस्विरत्न पूज्य मुनिराज श्री भद्रशीलविजय महाराजादि सदुपदेशेन श्री कलकत्ता भवानीपुर श्री जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ प्रदत्त साहाय्येन प्रकाशयित्री - श्री हर्षपुष्पामृत जैन ग्रन्थमाला - लाखाबावल - शांतिपुरी (सौराष्ट्र) 10 वि० सं० २०४२ सन् १९८६ : : प्रतय: ७५०Page Navigation
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