Book Title: Bruhat Sangrahani Author(s): Chandrasuri Publisher: Umedchand Raichand Master View full book textPage 1
________________ पुण्यादयादवगंत मंजनादिव ॥ श्रीवर्द्धमानस्वामिने नमः ॥ श्रीमान् मलधारीगच्छना श्री हेमचंद्रसूरिना बालशिष्य चंद्रसूरि विरचित. बृहत्संग्रहणी ॥ प्रातः स्मरणीय तपोगच्छना पूज्यपाद गुरुणीजी महाराज श्री सौभाग्यश्रीजीना सदुपदेशथी. उपावी प्रसिद्ध करनार खंभात निवासी. मास्तर उमेदचंद रायचंद. सु. अमदावाद, ठे. पांजरापोल आवृत्ति पहेली 91 7000 कीमत १-८-० 1000000olePage Navigation
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