Book Title: Bikhre Moti
Author(s): Padmasagarsuri
Publisher: Ashtmangal Foundation

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Page 79
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ताल-मेल टूटता है, तब रिश्तों पर लगाया हुअ प्रेम का पानी उतरने लगता हैं और रिश्तों में माधुर्य की जगह भद्दापन ले लेती हैं।" -: जीवन में उपयोगी बाते :(1) बोलो पर, बको मत :- ऊटपटांग क्लेशी एवं कठोर भाषा मत बोलो। (2) खाओ पीओ, परं चखो मत :(3) देखो पर, तको मत :(4) घूमो फिरो, पर थको मत : पापों का फल अकेले, भोगा कितनी बार । कौन सहायक था हुआ, कर ले जरा विचार ।। घिरे रहो परिवार से, पर भूलो न विवेक। रहे कभी हम एक थे, अन्त एक का एक।। आतम और परमातम में, सिर्फ कर्म का भेद । काट दो इस कर्म को, फिर भेद है न खेद ।। 70 For Private And Personal Use Only

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